मध्यकालीन इतिहासकार मुगल बादशाह हुमायूं का मूल्यांकन वीर एवं साहसी बादशाह होने के साथ-
स्वामी दयानंद सरस्वती ने पाश्चात्य सभ्यता के प्रतिक्रिया स्वरूप आर्य समाज की स्थापना की थी। स्वामी दयानंद जी ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मुक्ति संग्राम के लिए स्वर... जोधपुर के महाराजा को एक वेश्या की पालकी उठाते देख बहुत दुखी हुए थे स्वामी दयानंद सरस्वती
मुगल, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और विरजी वोरा-
मराठा उत्थान के लिए शिवाजी का संघर्ष-
मेगस्थनीज एक यूनानी राजदूत था जिसे सेल्यूकस निकेटर ने चन्द्रगुप्त मौर्य की राज्य सभा में भेजा था। सम्भवत: मेगस्थनीज ईसा पूर्व 304<... छत्रपति शिवाजी महाराज को क्षत्रिय नहीं मानते थे मराठी ब्राह्मण, जानिए क्यों?
मेगस्थनीज ने ‘इंडिका’ में पाटलिपुत्र के बारे में जो लिखा है, जानकर चौंक जाएंगे आप