भारत का इतिहास

Main Political organizations before the establishment of Congress Party

कांग्रेस के गठन से पूर्व स्थापित राजनीतिक संस्थाएं

कांग्रेस से पूर्व स्थापित राजनीतिक संस्थाएं बड़े जमींदारों तथा अंग्रेजी शिक्षित वर्ग के लोगों का संगठन मात्र थीं। स्थानीय व प्रान्तीय क्षेत्रों तक सीमित इन राजनीतिक संस्थाओं का उद्देश्य अंग्रेजी शासन से मुक्ति पाना नहीं था। इन राजनीतिक संगठनों ने सामाजिक सशक्तिकरण के लिए शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।

इसके साथ ही ब्रिटिश विधान परिषदों में भारतीयों की भागीदारी, ब्रिटिश प्रशासन द्वारा लागू नीतियों एवं कार्यों का विरोध व प्रशासनिक प्रणाली में सुधार तथा प्रेस की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना इन राजनीतिक संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य था।

हांलाकि इन संस्थाओं ने राजनीतिक चेतना जगाने का कार्य किया। दिसम्बर 1885 में जिस इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना हुई उसका पथ प्रशस्त करने में इन राजनीतिक संस्थाओं का विशेष योगदान था।

1. बंगभाषा प्रकाशिका सभा

स्थापना वर्ष - 1836

स्थान -  कलकत्ता (अब कोलकाता)

संस्थापक सदस्य - राजा राममोहन राय व उनके सहयोगी गौरीशंकर तर्कवागीश

उद्देश्य - बंगाल के पहले राजनीतिक संगठन बंगभाषा प्रकाशिका सभा का प्रमुख उद्देश्य सरकारी नीतियों और प्रशासन की समीक्षा करना, ब्रिटिश सरकार के पास सुधारों के लिए प्रार्थना-पत्र भेजना, प्रशासनिक सुधारों को बढ़ावा देना और भारतीयों को प्रशासन से जोड़ने के ​अ​तिरिक्त भारतीयों को राजनीति के प्रति जागरूक करना था।

2. लैंड होल्डर्स सोसाइटी (जमींदारी संघ)

स्थापना वर्ष-  1838

स्थान-  कलकत्ता (अब कोलकाता)

संस्थापक सदस्य -  द्वारकानाथ टैगोर, राधाकांत देव, राजकमल सेन व प्रसन्न कुमार ठाकुर।

उद्देश्य -  जमींदारों की संस्था लैंड होल्डर्स सोसाइटी का मुख्य उद्देश्य जमींदारों की हितों की रक्षा करना था। हांलाकि यह पहली राजनीतिक संस्था जिसने पहली बार भारत में संगठित राजनीतिक चेष्टा का प्रयास किया।

3.​ बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी

स्थापना वर्ष 20 अप्रैल, 1843

संस्था अध्यक्ष - जॉर्ज थाम्पसन

उद्देश्य -  अंग्रेजों के अधीन भारत के लोगों के वास्तविक अवस्था के विषय में जानकारी प्राप्त करना तथा उसका विस्तार करना था।

4. ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  28 अक्टूबर, 1851

स्थान-  कलकत्ता (अब कोलकाता)

संस्थापक सदस्य -  राजेन्द्र लाल मित्र, राधाकांत देव (अध्यक्ष), देवेन्द्रनाथ टैगोर (महासचिव), हरिश्चन्द्र मुखर्जी।

उद्देश्य -  भारत के लिए राजनीतिक हितों की मांग करना। इस संस्था को लैंड होल्डर्स सोसाइटी एवं बंगाल ब्रिटिश इंडियन ऐसासिएशन के आपसी विलय के बाद गठित किया गया था।हिन्दू पैट्रियाट इस संस्था का मुखपत्र था।

5.  बॉम्बे एसोसिएशन

 स्थापना वर्ष -  1852

स्थान - बम्बई (अब मुंबई)

संस्थापक सदस्य - डॉ. भाउदाजी, जगन्नाथ शंकर सेठ

उद्देश्य - भारत में ब्रिटिश काल के दौरान ब्रिटिश गवर्नर्स जनरल की सूची

6.  मद्रास नेटिव एसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  1852

स्थान मद्रास  (अब चेन्नई)

संस्थापक सदस्य - गज़ुलु लक्ष्मीनारासु चेट्टी

उद्देश्य – मद्रास नेटिव एसोसिएशन मद्रास प्रेसीडेंसी का पहला भारतीय राजनीतिक संगठन था। ​यह संगठन में मुख्य रूप से व्यापारी, ज़मींदार और शिक्षित अभिजात वर्ग के लोग शामिल थे। इस संगठन का उद्देश्य अंग्रेजी सरकार द्वारा भारतीय जनता पर किए जाने वाले अन्याय और उत्पीड़न का विरोध करना था।

7. ईस्ट इंडिया एसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  1866

स्थान-  लंदन

संस्थापक सदस्य - दादाभाई नौरोजी।

उद्देश्य - भारतीय समस्याओं के प्रति ब्रिटिश जनमत को जाग्रत करना।

7. नेशनल इंडियन एसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  1867

स्थान - लन्दन

संस्थापक सदस्य - मेरी कारपेन्टर

8. हिन्दू मेला

स्थापना वर्ष -  1867

स्थान- बंगाल।

संस्थापक सदस्य - नवगोपाल मित्रा, राजनारायण बसु और मनमोहन बोस।

उद्देश्य - हिन्दू मेला का मुख्य उद्देश्य भारतीयों के बीच राष्ट्रीय एकता स्थापित करना था।

9. इंडियन लीग

स्थापना वर्ष -  1875

स्थान- बंगाल।

संस्थापक सदस्य - शिशिर कुमार घोष।

उद्देश्य - भारतीयों में राष्ट्रवाद तथा राजनीतिक शिक्षा का प्रसारित करना।

10. इं​डियन ऐसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  26 जुलाई, 1876

स्थान-  कलकत्ता स्थित अल्बर्ट हॉल।

संस्थापक सदस्य - सुरेन्द्रनाथ बनर्जी व आनन्द मोहन बोस।

उद्देश्य - इस संस्था ने सुरेन्द्र नाथ बनर्जी की अगुवाई में साल 1876-77 में भारतीय नागरिक सेवा परीक्षा की आयु 21 वर्ष से कम करके 19 वर्ष करने की मांग की तथा इल्बर्ट बिल जैसे विवादों को लेकर अंग्रेजी सरकार के विरूद्ध जबरदस्त आन्दोलन चलाया।

11. पूना सार्वजनिक सभा

स्थापना वर्ष -  2 अप्रैल, 1870

स्थान-  पूना

संस्थापक सदस्य - महादेव गोविन्द रानाडे, एस.एच.चिपलुंकर व जी.वी. जोशी

उद्देश्य - जनजागृति के अतिरिक्त महाराष्ट्र में समाज सुधार आन्दोलन चलाना।

12. नेशनल कॉन्फ्रेंस

स्थापना वर्ष - 1883

स्थान-  कलकत्ता (अब कोलकाता)

संस्थापक सदस्य - सुरेन्द्र नाथ बनर्जी व आनन्द मोहन बोस

उद्देश्य - इस अखिल भारतीय संगठन का उद्देश्य भारतीय हितों की रक्षा करना। साल 1886 में नेशनल कॉन्फ्रेंस का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो गया।

13. मद्रास महाजन सभा

स्थापना वर्ष -  मई, 1884

स्थान-  मद्रास

संस्थापक सदस्य - ए.वीर राघव चेरियार, जी. सुब्रह्मण्यम अय्यर, गजूलू लक्ष्मी नारसु तथा पी. आनन्द चारलू।

उद्देश्य - स्थानीय संगठनों व संस्थाओं के कार्यों का मूल्यांकन करना था। मद्रास महाजन सभा ने विधान परिषदों के विस्तार की, इनमें भारतीयों के प्रतिनिधित्व की और न्यायपालिका और राजस्व एकत्रित करने वाली संस्थाओं के पृथकीकरण की मांग की।

14. बम्बई प्रेसीडेन्सी एसोसिएशन

स्थापना वर्ष -  1885

संस्थापक सदस्य - फिरोजशाह मेहता, बदरूद्दीन तैय्यबजी तथा के.टी. तैलंग

15. दक्कन सभा

स्थापना वर्ष -  1896

स्थान-  पूणे

संस्थापक सदस्य - गोपाल कृष्ण गोखले, महादेव गोविंद रानाडे व अन्य।

उद्देश्य - दक्कन क्षेत्र में सामाजिक -राजनीतिक सुधार के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना।

कांग्रेस से पूर्व स्थापित राजनीतिक संस्थाओं से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

राजनीति विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है - अरस्तू को।

भारत की पहली राजनीतिक संस्था का नाम - लैंड होल्डर्स सोसाइटी

साल 1838 में स्थापित लैंड होल्डर्स सोसाइटी (जमींदारी सभा) के संस्थापक - द्वारकानाथ टैगोर

कांग्रेस की स्थापना से पूर्व सबसे प्रमुख संस्था थी - इंडियन एसोसिएशन, कलकत्ता

इंडियन एसोसिएशन, कलकत्ता के संस्थापक सदस्यों के नाम - सुरेन्द्रनाथ बनर्जी व आनन्द मोहन बोस

भारत संघ के संस्थापक थे - सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

वह राजनीतिक संस्था जिसका साल 1886 में कांग्रेस में विलय हो गया - इंडियन एसोसिएशन

नवगोपाल मित्रा ने हिन्दू मेला की स्थापना क्यों की - भारतीयों में राजनीतिक एकता के लिए

साल 1784 में कोलकाता में बंगाल एशियाटि​क सोसाइटी की स्थापना - विलियम जोन्स

मद्रास महाजन सभा का स्थापना वर्ष - मई, 1884

1876-77 में भारतीय नागरिक सेवा परीक्षा को लेकर जबरदस्त आन्दोलन चलाया - इंडियन एसोसिएशन

इंडियन एसोसिएशन और नेशनल कॉन्फ्रेस जैसी संस्थाओं के संस्थापक - सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

साल 1917 में जस्टिस पार्टी की स्थापना किसने की थी - पी. त्यागराज।

पूना सार्वजनिक सभा का मुख्य उद्देश्य - अस्पृश्यता उल्मूलन, महिला​ शिक्षा और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना।